Music Note Lettere
Music Note Letterg
Music Note Lettera
Music Note Letterl
Music Note Lettero
Music Note Letterb
Music Note Letteri
Music Note Letterz
  • Remember me

Lrc Kal bhairavashtkam

Kal bhairavashtkam LRC Lyrics - Donwload, Copy or Adapt easily to your Music

LRC contents are synchronized by Megalobiz Users via our LRC Generator and controlled by Megalobiz Staff. You may find multiple LRC for the same music and some LRC may not be formatted properly.
551 - Kal bhairavashtkam [05:29.67] 6 years ago
by Guest
Copied
Office Copy IconCopy
Edit Time [xx:yy.zz] x 51 Views x 299 Download x 12
LRC API - Developers can now access to our API from RapidApi: https://rapidapi.com/keiteldog-ieuRVL_c3Lu/api/megalobiz-lrc
LRC TIME [05:29.67] may not match your music. Click Edit Time above and in the LRC Maker & Generator page simply apply an offset (+0.8 sec, -2.4 sec, etc.)
[length:05:29.67]
[re:www.megalobiz.com/lrc/maker]
[ve:v1.2.3]
[00:46.40]देवराजसेव्यमानपावनाङ्घ्रिपङ्कजं
[00:50.65]व्यालयज्ञसूत्रमिन्दुशेखरं कृपाकरम्
[00:54.41]नारदादियोगिवृन्दवन्दितं दिगंबरं
[00:59.18]काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे॥ १॥

[01:07.90]भानुकोटिभास्वरं भवाब्धितारकं परं
[01:11.17]नीलकण्ठमीप्सितार्थदायकं त्रिलोचनम् ।
[01:15.67]कालकालमंबुजाक्षमक्षशूलमक्षरं
[01:19.90]काशिका पुराधिनाथ कालभैरवं भजे॥२॥

[01:28.40]शूलटङ्कपाशदण्डपाणिमादिकारणं
[02:01.66]श्यामकायमादिदेवमक्षरं निरामयम् ।
[02:05.95]भीमविक्रमं प्रभुं विचित्रताण्डवप्रियं
[02:10.15]काशिका पुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥३॥

[02:18.66]भुक्तिमुक्तिदायकं प्रशस्तचारुविग्रहं
[02:22.64]भक्तवत्सलं स्थितं समस्तलोकविग्रहम् ।
[02:26.40]विनिक्वणन्मनोज्ञहेमकिङ्किणीलसत्कटिं
[02:30.67]काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥४॥

[02:39.17]धर्मसेतुपालकं त्वधर्ममार्गनाशकं
[02:59.63]कर्मपाशमोचकं सुशर्मदायकं विभुम् ।
[03:04.15]स्वर्णवर्णशेषपाशशोभिताङ्गमण्डलं
[03:08.16]काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥ ५॥

[03:16.64]रत्नपादुकाप्रभाभिरामपादयुग्मकं
[03:20.90]नित्यमद्वितीयमिष्टदैवतं निरञ्जनम् ।
[03:24.65]मृत्युदर्पनाशनं कराळदंष्ट्रमोक्षणं
[03:28.91]काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥६॥

[03:59.17]अट्टहासभिन्नपद्मजाण्डकोशसन्ततिं
[04:02.67]दृष्टिपातनष्टपापजालमुग्रशासनम् ।
[04:06.90]अष्टसिद्धिदायकं कपालमालिकन्धरं
[04:11.13]काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥७॥

[04:19.41]भूतसङ्घनायकं विशालकीर्तिदायकं
[04:23.15]काशिवासलोकपुण्यपापशोधकं विभुम् ।
[04:27.40]नीतिमार्गकोविदं पुरातनं जगत्पतिं
[04:31.40]काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥८॥

[04:41.40]कालभैरवाष्टकं पठन्ति ये मनोहरं
[04:44.64]ज्ञानमुक्तिसाधनं विचित्रपुण्यवर्धनम् ।
[04:48.64]शोकमोहदैन्यलोभकोपतापनाशनं
[04:52.90]ते प्रयान्ति कालभैरवाङ्घ्रिसन्निधिं ध्रुवम् ॥९॥