Lrc Phir Chala by Jubin Nautiyal
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1 year ago
[ar:Jubin Nautiyal]
[al:Ginny Weds Sunny (2020) ]
[ti:Phir Chala]
[au:Kunaal Verma]
[length:04:24.39]
[by:Bhanu]
[re:www.megalobiz.com/lrc/maker]
[ve:v1.2.3]
Phir Chala Lyrics hindi(फिर चला )
[00:13.35]जो हमनवा थे अब वह खफा है
[00:22.61]कल हम सफर थे अब है जुदा
[00:28.35]
[00:28.86]क्यों आंसुओं से लिखने लगी है अब जिंदगानी यह दास्तां
[00:38.11]पहले थे हंसी जितना अब इतना बुरा लगता है
[00:50.34]सबको खो गया मुझसे अब किसके लिए रुकना है
[01:00.86]फिर चला फिर चला उन राहों से दिल चला
[01:10.34]फिर चला फिर चला उन राहों से दिल चला
[01:45.11]
[01:45.86]पाने की चाहत में खो गया ख्वाबों के हाथों से दिल गिर गया
[01:54.61]टूटी जो नींदे दिखा ही नहीं जाने कहा वह मुसाफिर गया
[02:04.36]
[02:05.11]निकले थे सही करने हम फिर भी गलत ही हुआ है
[02:14.60]अनजाने में जाने कैसा हमसे गुनाह हो गया है
[02:24.34]
[02:25.86]फिर चला फिर चला उन राहों से दिल चला
[02:38.84]फिर चला फिर चला उन राहों से दिल चला
[03:12.10]तकदीरों की इस लड़ाई में बैठे हैं रिश्ते हारे हुए
[03:22.36]बेचारे दिल को तो पूछो कोई इसकी खुशी इसको क्या चाहिए
[03:33.09]
[03:33.59]रहती थी जहां रौनक अब घर वह सुना पड़ा है
[03:38.34]वह जो ख्वाब देखा था 100 टुकड़ों में टूटा पड़ा है
[al:Ginny Weds Sunny (2020) ]
[ti:Phir Chala]
[au:Kunaal Verma]
[length:04:24.39]
[by:Bhanu]
[re:www.megalobiz.com/lrc/maker]
[ve:v1.2.3]
Phir Chala Lyrics hindi(फिर चला )
[00:13.35]जो हमनवा थे अब वह खफा है
[00:22.61]कल हम सफर थे अब है जुदा
[00:28.35]
[00:28.86]क्यों आंसुओं से लिखने लगी है अब जिंदगानी यह दास्तां
[00:38.11]पहले थे हंसी जितना अब इतना बुरा लगता है
[00:50.34]सबको खो गया मुझसे अब किसके लिए रुकना है
[01:00.86]फिर चला फिर चला उन राहों से दिल चला
[01:10.34]फिर चला फिर चला उन राहों से दिल चला
[01:45.11]
[01:45.86]पाने की चाहत में खो गया ख्वाबों के हाथों से दिल गिर गया
[01:54.61]टूटी जो नींदे दिखा ही नहीं जाने कहा वह मुसाफिर गया
[02:04.36]
[02:05.11]निकले थे सही करने हम फिर भी गलत ही हुआ है
[02:14.60]अनजाने में जाने कैसा हमसे गुनाह हो गया है
[02:24.34]
[02:25.86]फिर चला फिर चला उन राहों से दिल चला
[02:38.84]फिर चला फिर चला उन राहों से दिल चला
[03:12.10]तकदीरों की इस लड़ाई में बैठे हैं रिश्ते हारे हुए
[03:22.36]बेचारे दिल को तो पूछो कोई इसकी खुशी इसको क्या चाहिए
[03:33.09]
[03:33.59]रहती थी जहां रौनक अब घर वह सुना पड़ा है
[03:38.34]वह जो ख्वाब देखा था 100 टुकड़ों में टूटा पड़ा है
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